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ट्रम्प सरकार और एशिया पर इसका प्रभाव

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ट्रम्प प्रशासन (2017-2021) मुख्य रूप से व्यापार कार्यक्रमों, राजनीतिक दृष्टिकोण और सुरक्षा रणनीतियों के माध्यम से अमेरिका-एशिया संबंधों में एक महत्वपूर्ण क्षण था।

 

महत्वपूर्ण प्रभाव

1. व्यापार संबंध

- अरबों डॉलर के टैरिफ के माध्यम से चीन के साथ व्यापार युद्ध शुरू किया

- ट्रांस-पैसिफिक पार्टनरशिप से वापस ले लिया, जिससे स्वदेशी लाभदायक एकीकरण प्रभावित हुआ

- एशियाई देशों को अमेरिका के साथ व्यापार अधिशेष कम करने के लिए मजबूर किया

 

2. सुरक्षा गतिशीलता

- दक्षिण चीन सागर में सैन्यीकरण में वृद्धि

- ताइवान के साथ संबंधों को मजबूत किया, जो चीन के साथ तनाव का स्रोत है

- जापान, दक्षिण कोरिया और भारत के साथ बेहतर सुरक्षा सहयोग

 

3. उत्तर कोरिया संबंध

- किम जोंग उन के प्रति आक्रामक बयानबाजी और सीधी कूटनीति के बीच संक्रमण

- सिंगापुर और वियतनाम में किम जोंग उन के साथ शिखर सम्मेलन हुए

- मूल दबावों को कम किया लेकिन आंशिक रूप से ही सैन्यीकरण किया।

 

4.क्षेत्रीय गठबंधन

- जापान और दक्षिण कोरिया जैसे देशों को उच्च रक्षा व्यय के लिए मजबूर किया

- स्वदेशी सुरक्षा के लिए अमेरिकी प्रतिबद्धता पर सवाल उठाए

- कई एशियाई देशों को राजनीतिक संबंधों में विविधता लाने के लिए प्रोत्साहित किया

 

5. लाभदायक प्रभाव

- पूरे एशिया में बल की जंजीरों को तोड़ा

- चीन से दक्षिण पूर्व एशिया में विनिर्माण को स्थानांतरित किया

- RCEP के साथ देशी लाभदायक एकीकरण को आगे बढ़ाया

 

ट्रंप के प्रशासन ने अमेरिका-एशिया की गतिशीलता को फिर से तैयार किया, जिसके परिणामस्वरूप स्वदेशी लोगों की अधिक मांग हुई और एशियाई देशों को अंतर-एशियाई सहयोग को मजबूत करने के अलावा अतिरिक्त स्वतंत्र विदेशी कार्यक्रमों को आगे बढ़ाने के लिए प्रेरित किया।

 

सार्वजनिक पूंजीगत व्यय और निजी निवेश

सार्वजनिक पूंजीगत व्यय और निजी निवेश विकास समर्थक विस्तार के प्रमुख चालक हैं क्योंकि वे उत्पादकता बढ़ाने और रोजगार के अवसरों को बढ़ाने वाले ढांचे का निर्माण करने में एक दूसरे के पूरक हैं।

 

मुख्य बिंदु

 

1. सार्वजनिक पूंजी व्यय का घटक

- आवश्यक बुनियादी ढांचे जैसे कि सड़कें, लंगरगाह और सेवाक्षमता का विकास करता है

- लाभदायक दक्षता और उत्पादकता बढ़ाता है

- बेहतर व्यावसायिक परिदृश्य के माध्यम से निजी निवेश को प्रोत्साहित करता है

- निर्माण और अन्य संबंधित उद्योगों में रोजगार प्रदान करता है

 

2. निजी निवेश प्रवाह

- मांग के अवसरों और अपेक्षित रिटर्न का जवाब देता है

- नवाचार और तकनीकी विकास को बढ़ावा देता है

- स्थायी रोजगार के अवसर पैदा करता है

- कर राजस्व और लाभदायक विविधीकरण में वृद्धि करता है

 

3. विकास प्रतिवाद

- गुणक प्रभाव लाभदायक परिश्रम को बढ़ावा देता है

- अत्याधुनिक संरचना उत्पादकता बढ़ाती है

- वैश्विक अनुरोधों में बेहतर प्रतिस्पर्धात्मकता

- बेहतर संसाधन आवंटन और प्रभावशीलता

 

4. नीतिगत विचार

- सार्वजनिक से निजी निवेश संतुलन

- पारदर्शी गैर-पर्यवेक्षी ढांचे की आवश्यकता

- वित्तीय स्थिरता का महत्व

- निवेश के माहौल में वित्तीय नीति का हिस्सा

 

5. अपराध की चुनौतियाँ

- वित्तीय बाधाओं के माध्यम से सार्वजनिक व्यय पर प्रतिबंध

- निजी निवेशकों के लिए विनियामक बाधाएँ

- अभियोजन निरोध का डिज़ाइन

- सरकार और निजी के बीच समन्वय क्षेत्र

 

संतुलित विकास सार्वजनिक पूंजीगत व्यय और निजी निवेश के इष्टतम मिश्रण पर निर्भर करता है, जो सुविधा कार्यक्रमों और प्रभावी कार्यान्वयन तंत्र द्वारा समर्थित होता है। सफलता केवल सरकारी और निजी क्षेत्रों के बीच एकजुटता की उपस्थिति और इसके अलावा वित्तीय अनुशासन बनाए रखने में ही संभव है

 

अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन और प्रवासन रुझान

अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन (ILO) समय-समय पर अंतरराष्ट्रीय बसने वालों पर व्यापक रिपोर्ट बनाता है, जिसमें अन्य नीति सलाह के अलावा श्रम प्रवासन रुझानों और काम करने की स्थितियों पर ध्यान केंद्रित किया जाता है।

 

मुख्य निष्कर्ष

 

1. प्रवासी आंदोलन

169 मिलियन विश्वकोशीय ट्रांस-नेशनल प्रवासी श्रमिक अमीर देशों में परिपक्वता का चरम महिला प्रवास और दक्षिण-दक्षिण प्रवास पैटर्न में तीव्र वृद्धि

 

2. श्रम बाजार एकीकरण

- बसने वालों के बीच उन्नत विच्छेद दर

- बसने वालों और नागरिकों के बीच वेतन लिफाफा अंतराल

- विशिष्ट क्षेत्रों में व्यावसायिक अलगाव

- चॉप्स बेमेल और कम उपयोग

 

3. काम करने की स्थिति

 

- बसने वालों के बीच उन्नत संयंत्र दुर्घटनाएँ

- सीमित सामाजिक सुरक्षा सामग्री

- अनौपचारिक रोजगार आवृत्ति

- श्रम अधिकारों का उल्लंघन

 

4. लाभदायक प्रभाव

 

- मूल देशों में पर्याप्त धन प्रेषण प्रवाह

- चॉप्स और ज्ञान हस्तांतरण

- श्रम अनुरोध अंतराल को भरना

- मेजबान देश के सकल घरेलू उत्पाद में योगदान

 

5. नीति सुझाव

 

- श्रम सुरक्षा ताने-बाने को मजबूत किया गया

- प्रवासन के शासन में सुधार

- चॉप्स मान्यता की प्रणाली में वृद्धि

- सीमांकन और शोषण को रोका गया

 

ILO के निष्कर्ष प्रवासी श्रमिकों के अधिकारों के लिए बेहतर सुरक्षा, शासन तंत्र में सुधार और एक प्रभावी अंतरराष्ट्रीय सहयोग का सुझाव देते हैं जो निष्पक्ष और नैतिक श्रम प्रवास प्रथाओं को सुनिश्चित करेगा।